Kisan Credit Card, किसान क्रेडिट कार्ड योजना पर बड़ा एलान, पहली बार मिलेगा विशेष फायदा

Kisan Credit Card : किसान क्रेडिट कार्ड योजना 1998 में शुरू हुई, जिससे किसानों को सस्ती और सुलभ ऋण सुविधा मिलती है। यह योजना कृषि इनपुट की खरीद, सिंचाई, भूमि सुधार, और पशुपालन जैसी गतिविधियों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इससे किसानों की आर्थिक स्थिरता और कृषि उत्पादन क्षमता बढ़ती है।

संक्षेप में
किसान क्रेडिट कार्ड योजना में किसानों को 7% ब्याज दर पर कृषि इनपुट, सिंचाई, और भूमि सुधार के लिए ऋण मिलता है, समय पर चुकौती पर 3% ब्याज सब्सिडी।
प्राकृतिक आपदाओं और फसल नुकसान से बचाव के लिए बीमा कवर भी शामिल।
न्यूनतम दस्तावेज़ आवश्यक, जिससे किसानों को आसानी से ऋण प्राप्त होता है।

Kisan Credit Card | किसान क्रेडिट कार्ड योजना (Kisan Credit Card Scheme) भारत सरकार द्वारा किसानों को कृषि और संबंधित गतिविधियों के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई एक प्रमुख योजना है। यह योजना 1998 में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) और नाबार्ड (NABARD) की पहल पर शुरू की गई थी।

इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को सस्ती और सुलभ क्रेडिट सुविधा प्रदान करना है, जिससे वे खेती और उससे संबंधित गतिविधियों के लिए आवश्यक धनराशि प्राप्त कर सकें। आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे किसान क्रेडिट कार्ड में कितना लोन मिलता है, और ब्याज दर कितनी लगती है। इसलिए नीचे बताये गए सभी बिन्दुओ को अच्छे से समझ ले ताकि भविष्य में आपकों कोई कठिनाई ना हो :-

किसान क्रेडिट कार्ड मुख्य विवरण

योजना का नाम किसान क्रेडिट कार्ड योजना 
योजना का प्रारंभ 1998 
प्रारंभकर्ताभारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) और नाबार्ड (NABARD)
उद्देश्य खेती और संबंधित गतिविधियों के लिए किसानों को सस्ती और सुलभ क्रेडिट सुविधा प्रदान करना
क्रेडिट सीमा फसल की लागत और कृषि गतिविधियों के आधार पर; समय-समय पर समीक्षा और वृद्धि
श्रेणी सरकारी योजना 
ब्याज दर सामान्यत: 7%; समय पर भुगतान करने पर 3% की ब्याज सब्सिडी (प्रभावी ब्याज दर 4%)
चुकौती अवधिफसल उत्पादन चक्र के अनुसार; आमतौर पर 12 महीने
बीमा कवर प्राकृतिक आपदाओं और फसल नुकसान से बचाव के लिए बीमा कवर
कागजी कार्रवाईन्यूनतम; पहचान प्रमाण, भूमि स्वामित्व प्रमाण, फसल योजना आदि की आवश्यकता
लाभार्थीकिसान (खेती, पशुपालन, मछली पालन आदि से जुड़े)
ऋण का उपयोगबीज, उर्वरक, कीटनाशक, सिंचाई, भूमि सुधार, कृषि यंत्रों की खरीद, फसल कटाई के बाद की गतिविधियाँ आदि
मुख्य लाभ सुलभ क्रेडिट, फसल बीमा, आर्थिक स्थिरता, कृषि सुधार में मदद, साहूकारों और महंगे उधार से मुक्ति
आधिकारिक वेबसाइट यहाँ क्लिक करे 

किसान क्रेडिट कार्ड योजना का उद्देश्य

किसान क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से सरकार का उद्देश्य किसानों को सस्ती और सुलभ क्रेडिट सुविधा प्रदान करना है, जिससे वे अपनी कृषि और संबंधित गतिविधियों को सुचारू रूप से चला सकें और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके। इस योजना के तहत प्राप्त वित्तीय सहायता से किसान न केवल अपनी खेती को बेहतर बना सकते हैं, बल्कि वे अपनी आवश्यकताओं को भी पूरा कर सकते हैं और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकते हैं। इस योजना के विभिन्न उद्देश्यों को निम्नलिखित बिंदुओं में विभाजित किया जा सकता है:-

  • बीज, उर्वरक, कीटनाशक, और अन्य कृषि इनपुट की खरीद के लिए आवश्यक धनराशि उपलब्ध कराना।
  • सिंचाई परियोजनाओं, भूमि सुधार, और मिट्टी संरक्षण के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना।
  • ट्रैक्टर, कंबाइन हार्वेस्टर, पंप सेट और अन्य कृषि यंत्रों की खरीद के लिए ऋण उपलब्ध कराना।
  • फसल कटाई के बाद भंडारण, परिवहन, और विपणन के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना।
  • किसानों को बेहतर कृषि तकनीकों और साधनों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना, जिससे कृषि उत्पादकता में वृद्धि हो सके।
  • किसानों को साहूकारों और महंगे उधार से मुक्त कराना, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके।
  • प्राकृतिक आपदाओं, फसल नुकसान, और अन्य आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित वित्तीय सहायता प्रदान करना।
  • पशुपालन, डेयरी, और मछली पालन जैसी अन्य कृषि संबंधित गतिविधियों के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना।
  • किसानों की आय में वृद्धि करके उनके जीवन स्तर में सुधार लाना।

Kisan Credit Card Loan Limit – किसान क्रेडिट कार्ड ऋण सीमा

किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) योजना के तहत ऋण सीमा (Loan Limit) किसानों की कृषि आवश्यकताओं और फसल उत्पादन लागत के आधार पर निर्धारित की जाती है। निम्नलिखित बिंदुओं में किसान क्रेडिट कार्ड ऋण सीमा की प्रमुख विशेषताएँ दी गई हैं:-

  1. फसल उत्पादन लागत: किसानों की फसल उत्पादन लागत के आधार पर ऋण सीमा निर्धारित की जाती है। इसमें बीज, उर्वरक, कीटनाशक, सिंचाई, और अन्य कृषि इनपुट की लागत शामिल होती है।
  2. संबंधित गतिविधियाँ: कृषि संबंधित गतिविधियों जैसे पशुपालन, डेयरी, मछली पालन, और अन्य व्यवसायों के लिए भी ऋण सीमा निर्धारित की जाती है।
  3. क्रेडिट सीमा की गणना: फसल उत्पादन की प्रति हेक्टेयर लागत को ध्यान में रखते हुए प्रति हेक्टेयर ऋण सीमा निर्धारित की जाती है। इसके लिए विभिन्न फसलों के लिए अलग-अलग मानदंड होते हैं।
  4. समीक्षा और वृद्धि: ऋण सीमा की समय-समय पर समीक्षा की जाती है और आवश्यकतानुसार वृद्धि की जाती है। इसका उद्देश्य किसानों की बढ़ती कृषि आवश्यकताओं को पूरा करना है।
  5. 3-5 वर्ष की अवधि: ऋण सीमा आमतौर पर 3-5 वर्ष की अवधि के लिए स्वीकृत की जाती है। इसमें वार्षिक आधार पर समीक्षा और पुनर्नवीनीकरण शामिल होता है।
  6. रखरखाव लागत: फसल कटाई के बाद भंडारण, परिवहन, और विपणन के लिए भी अतिरिक्त ऋण सीमा प्रदान की जाती है।

किसान क्रेडिट कार्ड ऋण सीमा के विभिन्न प्रकार

  1. लघु अवधि ऋण (Short-Term Loan): यह ऋण फसल उत्पादन की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए होता है और आमतौर पर एक फसल चक्र (6-12 महीने) के लिए प्रदान किया जाता है।
  2. दीर्घकालिक ऋण (Long-Term Loan): यह ऋण कृषि उपकरणों, सिंचाई परियोजनाओं, भूमि सुधार, और अन्य दीर्घकालिक निवेशों के लिए होता है। इसकी अवधि 3-5 वर्ष या उससे अधिक हो सकती है।

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किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवश्यक दस्तावेज़

किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) प्राप्त करने के लिए किसानों को कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज़ प्रस्तुत करने होते हैं। यह प्रक्रिया सरल और न्यूनतम कागजी कार्रवाई की जाती है ताकि किसानों को आसानी से ऋण मिल सके। निम्नलिखित बिंदुओं में KCC के लिए आवश्यक कागजी कार्रवाई का विवरण दिया गया है:-

1. आवेदन पत्र :

  • अगर आप किसान है, और किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करना है तो आपको बैंक द्वारा प्रदान किया गया आवेदन पत्र भरना होता है।

2. जरूरी प्रमाण पत्र:

  • आवेदक का आधार कार्ड।
  • मतदाता पहचान पत्र।
  • बिजली या पानी का बिल।
  • निवास प्रमाण पत्र।
  • बैंक पास बुक।
  • भूमि का राजस्व रिकॉर्ड।
  • भूमि के स्वामित्व का प्रमाण पत्र।
  • आगामी फसल की योजना और उसकी लागत का विवरण।
  • पासपोर्ट साइज फोटो।
  • बैंक द्वारा मांगे अन्य दस्तावेज।

किसान क्रेडिट कार्ड के आवेदन की प्रक्रिया

किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया सरल और सुलभ है। किसानों को निम्नलिखित चरणों का पालन करना होता है:-

  1. किसान को सबसे पहले उस बैंक का चयन करना होता है जहां वे किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करना चाहते हैं। यह बैंक राष्ट्रीयकृत, सहकारी या ग्रामीण बैंक हो सकता है।
  2. किसान बैंक शाखा में जाकर किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन पत्र प्राप्त कर सकते हैं। कुछ बैंक अपनी वेबसाइट पर भी फॉर्म उपलब्ध करवाते है, आप वहां से भी आवेदन पत्र डाउनलोड कर सकते है।
  3. आवेदन पत्र को सही-सही और पूर्ण जानकारी के साथ भरना होता है। इसमें किसान की व्यक्तिगत जानकारी, भूमि का विवरण, फसल योजना आदि शामिल होते हैं।
  4. आवेदन पत्र के साथ आपकों जरूरी दस्तावेज भी जमा करने होंगे, दस्तावेजों की जानकारी ऊपर दी गई है। आपकों वह सभी दस्तावेज आवेदन पत्र के साथ जमा करवाने होंगे ।
  5. बैंक अधिकारियों द्वारा जमा किए गए दस्तावेज़ों का सत्यापन किया जाता है। आवश्यकतानुसार बैंक अधिकारी भूमि की जांच या अन्य सत्यापन भी कर सकते हैं।
  6. दस्तावेज़ सत्यापन के बाद बैंक किसान क्रेडिट कार्ड जारी करता है।
  7. बैंक किसान की फसल उत्पादन लागत और अन्य कृषि आवश्यकताओं के आधार पर क्रेडिट सीमा निर्धारित करता है।
  8. बैंक द्वारा स्वीकृत किसान क्रेडिट कार्ड किसान को प्रदान किया जाता है।
  9. किसान को कार्ड के साथ क्रेडिट सीमा, ब्याज दर, चुकौती अवधि आदि की जानकारी भी दी जाती है।
  10. किसान क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने के बाद, किसान इसे खेती, कृषि यंत्रों की खरीद, सिंचाई, भूमि सुधार आदि के लिए उपयोग कर सकते हैं।

निष्कर्ष

किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन प्रक्रिया सरल और सुलभ है। किसान बैंक शाखा में जाकर या ऑनलाइन आवेदन करके किसान क्रेडिट कार्ड प्राप्त कर सकते हैं। सभी आवश्यक दस्तावेज़ों के साथ सही तरीके से आवेदन करने से किसानों को जल्दी और आसानी से क्रेडिट सुविधा मिल सकती है, जिससे वे अपनी कृषि गतिविधियों को बेहतर बना सकते हैं।

किसान क्रेडिट कार्ड से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

किसान क्रेडिट कार्ड क्या है?

किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) एक क्रेडिट योजना है जो किसानों को कृषि और संबंधित गतिविधियों के लिए सस्ती और सुलभ ऋण सुविधा प्रदान करती है।

किसान क्रेडिट कार्ड के लिए कैसे आवेदन करें?

किसान नजदीकी बैंक शाखा में जाकर आवेदन पत्र भर सकते हैं और आवश्यक दस्तावेज़ जमा कर सकते हैं। कुछ बैंक ऑनलाइन आवेदन की सुविधा भी प्रदान करते हैं।

किसान क्रेडिट कार्ड पर ब्याज दर क्या है?

सामान्यत: 7% की ब्याज दर पर ऋण प्रदान किया जाता है। समय पर भुगतान करने पर 3% की ब्याज सब्सिडी भी मिलती है, जिससे प्रभावी ब्याज दर 4% हो जाती है।

किसान क्रेडिट कार्ड से कितना ऋण मिल सकता है?

ऋण सीमा फसल उत्पादन लागत और अन्य कृषि आवश्यकताओं के आधार पर निर्धारित की जाती है। यह सीमा समय-समय पर समीक्षा और वृद्धि के माध्यम से अद्यतन की जाती है।

किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ कौन उठा सकता है?

सभी किसान, चाहे वे छोटे, सीमांत या बड़े किसान हों, पशुपालन, मछली पालन, और अन्य कृषि संबंधित गतिविधियों से जुड़े लोग इसका लाभ उठा सकते हैं।

किसान क्रेडिट कार्ड के लिए पुनर्भुगतान की अवधि क्या है?

ऋण की पुनर्भुगतान अवधि फसल उत्पादन चक्र के अनुसार निर्धारित की जाती है, जो आमतौर पर 12 महीने होती है।

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